दिल्ली| आईपीएल इंडियन प्रीमियर लीग के मुख्य स्पॉन्सर सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी पेप्सी ने बीसीसीआई को नोटिस भेजकर इससे अलग होने की इच्छा जताई है। कंपनी ने इसकी वजह स्पॉट फिक्सिंग विवाद के कारण इस टूर्नामेंट की खराब होती इमेज को बताई है।
पेप्सी के पास आईपीएल के साल 2013 से 2017 के स्पॉन्सरशिप का अधिकार है और इसके लिए उसे भारतीय क्रिकेट बोर्ड को 396 करोड़ रुपये अदा करने हैं। हालांकि इस बारे में पेप्सी कंपनी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सूत्र के हवाले से बताया गया है कि पेप्सी पिछले सीजन में ही स्पॉट फिक्सिंग के विवाद के कारण हटना चाहती थी। हालांकि, बीसीसीआई ने उसे एक साल और एक्सटेंड करने के लिए राजी कर लिया। हालांकि, इस साल पेप्सी इस कॉन्ट्रैक्ट को आगे बढ़ाने के मूड में नहीं है। लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के सस्पेंशन के बाद पेप्सी अपने फैसले को लेकर और मजबूत हो गई है।