मॉस्को। बीते माह मिस्र के सिनाई में हुए रशियन प्लेन क्रैश में आतंकियों का हाथ होने की बात को रूस ने स्वीकार किया है। मंगलवार को रूस के फेडरल सिक्युरिटी सर्विस के डायरेक्टर अलेक्जेंडर बोर्टनिकोव ने इसकी जानकारी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दी।
बताया जा रहा है कि इसके बाद पुतिन ने कहा कि आतंकियों को खोजो और मारो। एजेंसी ने आतंकियों के बारे में जानकारी देने वाले को 50 मिलियन डॉलर (330 करोड़ रुपए) का इनाम देने का एलान किया है। वहीं, बम रखने के संदेह में मिस्र ने शर्म अल-शेख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। बाकी की तलाश की जा रही है।
सिक्युरिटी सर्विस के चीफ ने कहा है कि प्लेन के मलबे और पैसेंजर के सामान की जांच में फॉरेन मेड एक्सप्लोसिव चीजें मिली हैं। ऐसे में प्लेन क्रैश में आतंकियों के हाथ होने की बात सच है।वह बोले, ‘ पुतिन ने हमें कहा है कि आतंकी जहां भी और दुनिया के जिस भी कोने में छिपे हैं, उन्हें ढूंढ निकालो और सजा दो।’ सिक्युरिटी चीफ ने पुतिन को बताया कि जांच के बाद साफ है कि यह आतंकी हमला था। हवा में प्लेन को क्रैश करने वाला बम एक किलो टीएनटी के बराबर था।
इससे पहले अमेरिकी और ब्रिटेन के इंटेलिजेंस ऑफिसर्स ने दावा किया था कि प्लेन क्रैश होने की वजह बम ब्लास्ट ही है। उन्होंने बम प्लांट करने के पीछे आईएसआईएस या उससे जुड़े किसी संगठन का हाथ होने का शक भी जताया था।
गौरतलब हो, 31 अक्टूबर को सुबह 6.51 मिनट पर रूस की फ्लाइट एयरबस ए-321 फ्लाइट नंबर 7K9268 शर्म अल-शेख से उड़ान भरी थी। इसे दोपहर 12.10 मिनट पर सेंट पीटर्सबर्ग के पुलकोवो एयरपोर्ट पर लैंड करना था। इसमें सात क्रू मेंबर और 17 बच्चों समेत 224 पैसेंजर थे। एयरपोर्ट से उड़ान के 23 मिनट बाद प्लेन राडार से गायब हो गया। यह रूस के कोलेविया एयरलाइंस का प्लेन था। प्लेन में ज्यादातर रशियन टूरिस्ट सवार थे। रशियन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसा प्लेन में आई तकनीकी खामियों के चलते हुआ।