वाशिंगटन। वीडियो में नकाब पहनकर बंधकों को मौत के घाट उतारते दिखने वाले जिहादी जॉन को निशाना बनाने के लिए अमेरिका ने सीरिया पर हमला किया। अमेरिकी हमलों की यह जानकारी पेंटागन ने दी। पेंटागन के प्रेस सचिव पीटर कुक ने कल रात एक बयान में कहा कि, ‘हम आज रात के अभियान के नतीजों का आकलन कर रहे हैं।’
पेंटागन ने कहा कि हवाई हमला राका में बोला गया। जिहादी जॉन के रूप में पहचाने जाने वाले 26 वर्षीय ब्रितानी आतंकी मोहम्मद एमवाजी के बारे में माना जाता है कि उसने आतंकी समूह छोड दिया है और वह सीरिया में भाग गया है। यह भी माना जाता है कि वह उत्तरी अमेरिका जाने की कोशिश में है।
कुक ने बयान में कहा कि, ‘एमवाजी एक ब्रितानी नागरिक है और वह उन कई वीडियो में दिखा है, जिनमें अमेरिकी पत्रकारों स्टीवन सोटलोफ और जेम्स फोले, अमेरिकी सहायताकर्मी अब्दुल-रहमान कासिग, ब्रितानी सहायताकर्मी डेविड हेन्स और एलन हेनिंग और जापानी पत्रकार केंजी गोटो और कई अन्य बंधकों की हत्याएं दिखायी गयी हैं.’ एमवाजी की पहचान उस रहस्यमयी व्यक्ति के रूप में की गयी थी जो कि आईएसआईएस द्वारा फरवरी में जारी वीडियों में चाकू थामे खडा था। आईएसआईएस के इन वीभत्स वीडियो में बंधकों को मौत के घाट उतारते दिखाया गया था।
ब्रितानी प्रेस ने इसे जिहादी जॉन कहकर पुकारा, क्योंकि यह उन चार ब्रितानी आतंकियों में से एक था, जिसे उसके बंधकों द्वारा ‘द बीटल्स’ कहकर पुकारा जाता था। वर्ष 2013 में सीरिया के लिए रवाना होने से पहले एमवाजी पश्चिमी लंदन में रहता था और कंप्यूटर साइंस में स्नातक था। सुरक्षा सेवाएं इसे जानती थीं और वर्ष 2009 से कई बार इसे हिरासत में लिया गया था। हालांकि इससे कई बार पूछताछ की गयी थी लेकिन उसे कभी गिरफ्तार नहीं किया गया और न ही उस पर कभी आरोप तय किये गये।