चेन्नई। तमिलनाडु के कई हिस्सों में आज भारी बारिश से हुई कई घटनाओं में 48 लोगों की मौत हो गई। यहाँ भारी बारिश की वजह सक्रिय उत्तर-पूर्वी मानसून के प्रभाव को बताया गया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार, शहर, उपनगरों और पड़ोसी जिलों में कल रात से भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। अन्ना सलाई, पूनमल्ली हाई रोड और जीएसटी रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर जलभराव हो जाने से यातायात परिचालन प्रभावित हुआ है। फोर्ट सेंट जॉर्ज, चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन, पुलिस आयुक्त कार्यालय और किल्पौक के आसपास के निचले इलाकों में काफी जलभराव है।
हर जगह वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। सड़क पर लगाए गए रबड़ से बने अवरोधक पूनमल्ली हाई रोड पर तैरते हुए दिखाई दे रहे थे। शहर की एमटीसी बस समेत कई वाहन रास्ते के बीच रूके हुए दिखाई दे रहे थे, क्योंकि पानी का स्तर दो फुट से भी ऊपर हो जाने के कारण वाहनों के ईंजन बंद हो गए थे। अदम्बक्कम, मदीपक्कम और पाझावनथंगल जैसे दक्षिणी उपनगरों को शहर से जोड़ने वाली जीएसटी रोड के उपमार्ग में पानी भरने के कारण दफ्तर जाने वालों को काफी मुश्किल हुई। कुछ इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।
पड़ोसी जिलों तिरूवल्लूर और कांचीपुरम में भी भारी बारिश हुई। तिरूवल्लूर और कांचीपुरम की कई झीलों में भी मदुरांतकम ईरी की तरह बड़ी मात्रा में जल आ गया। इसके अलावा चेन्नई-रेड हिल्स, चोलावरम, चेंबरमबक्कम और पूंदी में पेयजल की आपूर्ति करने वाले जलाशयों में भी जलस्तर बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री जे जयललिता ने पीड़ितों की मौत पर शोक जताया है और उनके परिवारों को चार-चार लाख रुपये की मदद आपता राहत कोष से देने की घोषणा की है। इन पीड़ितों में से अधिकतर की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हुई। मौसम विभाग के कार्यालय ने दक्षिणी जिलों के कई हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके साथ ही उसने अगले कुछ दिन तक उत्तरी तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।