लखनऊ। राजधानी में पार्षद के रूप में दबंग छवि रखने वाले व सीएम के करीबी रहे अतुल यादव उर्फ बंटू यादव की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बीते रविवार को उन्हें दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी। इससे बंटू गंभीर रुप से घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें ट्रामा सेंटर ले जाया गया था जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। पर आज सुबह चार बजे बंटू यादव की मौत हो गई।
बताया जाता है, सीएम हाउस से महज एक किलोमीटर की दूरी पर हुई इस वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया था। हत्यारोपी शिव यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद हिस्ट्रीशीटर शिव यादव ने पुलिस अफसरों के सामने बेबाकी से कहा था कि बंटू की हत्या के इरादे से चार महीने से तमंचा लेकर घूम रहा था, उसे मौके की तलाश थी। उसने गाली का जवाब गोली से दिया है।
इधर, मौत की खबर फैलते ही नरही इलाके में शोक कि लहर दौड़ गई। बंटू यादव के अंतिम संस्कार में समर्थकों की भारी भीड़ जुटी। बंटू यादव की पत्नी, मां और बेटी का रो-रोकर बुरा हाल रहा। अंतिम संस्कार में मंत्री और सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी भी पहुंचे। किसी भी तरह की हिंसक घटना से बचने के लिए पुलिस भी तैनात थी। इस दौरान पूरे नरही में सुरक्षाकर्मी तैनात थे। पुलिस को आशंका थी कि कुछ बवाल भी हो सकता है। लखनऊ के मुख्य बाजार हजरतगंज में भी हाई अलर्ट था।
ग़ौरतलब हो, बीते रविवार को बंटू नरही निवासी अपने दोस्त अनिल यादव की मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे थे। इसी भीड़ में आरोपी भी मौजूद थे। वह अर्थी को कंधा दे रहे थे कि अचानक मौका पाकर आरोपियों ने उनके सिर में गोली मार दी। घटनास्थल के सामने एक विवादित अपार्टमेंट भी है। यह एक नाले पर बना हुआ है, जिसे लेकर भी बंटू यादव ने पहले काफी हो-हल्ला मचाया था।
जांच के मामले में पुलिस का कहना है कि कई टीमें मामले की छानबीन कर रही हैं। साथ ही वारदात को बंटू के पुराने विवादों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। एसपी क्राइम ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी ने एक-एक घंटे की अलग-अलग कैमरे की रिकॉर्डिंग अपार्टमेंट मालिक से मांगी है। इससे कई अहम सुरागों का पता लग सकता है। मामले में पुलिस प्रशासन ने क्राइम ब्रांच से एक नरही एक्सपर्ट पुलिस ऑफिसर को भी लगाया है। पुलिस का मानना है कि जिसने भी हमला किया है, उसे बंटू के बारे में पल-पल की जानकारी थी।