नई दिल्ली। असहिष्णुता पर देश भर में चल रही बहस के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया है। असहिष्णुता पर बॉलीवुड के बादशाह शाहरूख खान के बयान और उन पर बीजेपी नेता कैलाश विजवर्गीय के हमलों के बाद उन्हें मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने पाकिस्तान में रहने का न्योता दे डाला है।
हाफिज सईद ने ट्वीट करके कहा कि कोई भी मुस्लिम, यहां तक कि शाहरूख जो मुस्लिम होने के चलते भारत में दिक्कतों और भेदभाव का सामना कर रहे हैं, उनका पाकिस्तान में रहने के लिए स्वागत है।
सईद ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों खास तौर मुस्लिमों से भेदभाव किया जा रहा है, जिससे पता चलता है कि मोदी का भारत धर्मनिरपेक्ष नहीं है।
किन नेताओं ने दिए विवादित बयान-
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय-
बीजेपी नेता विजयवर्गीय ने कहा कि शाहरूख हिंदुस्तान में रहते हैं लेकिन उनकी आत्मा पाकिस्तान में है। उनकी फिल्में यहां करोड़ों कमाती हैं लेकिन वह सोचते हैं कि भारत असहिष्णु है। विजयवर्गीय ने कहा, यदि यह राष्ट्र विरोधी नहीं है तो क्या है।
साध्वी प्राची-
हिंदूवादी नेता ने शाहरूख खान को पाकिस्तान का एजेंट बताया है और कहा है कि उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाना चाहिए। साध्वी ने कहा, शाहरूख कहते हैं, देश में अशांति है। पाकिस्तान में उन्हे मुंह धोने को पानी भी नहीं मिलेगा।
साक्षी महाराज-
सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि जब पूरा विपक्ष नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर पाया तो कुछ शिखंडियों को आगे कर दिया है। साहित्य व कला जगत के ये वही लोग हैं जो विपक्षी सरकारों में रेवड़ियां पाते रहे हैं। साक्षी महाराज ने कहा कि देश में असहिष्णुता नहीं बढी, असहिष्णु तो वे हो गए हैं जो देश को 70 सालों से लूटते रहे। जब उनकी पोल खुलने लगी तो सब मिल कर असहिष्णुता का राग अलाप रहे हैं।
आखिर क्या कहा था शाहरूख ने-
बॉलीवुड एक्टर शाहरूख खान ने अपने 50वें बर्थडे पर देश के माहौल को लेकर चिंता जताई थी। शाहरूख ने कहा था कि देश में इन्टॉलरेंस बढ़ रहा है। ऎसे में, अगर मुझे कहा जाता है तो एक सिम्बॉलिक जेस्चर के तौर पर मैं भी अवॉर्ड लौटा सकता हूं। उन्होंने माना- देश में कट्टरता तेजी से बढी है।
शाहरूख ने कहा कि भारत में कोई देशभक्त सेक्युलरिज्म के खिलाफ जाकर सबसे बड़ी गलती करता है। हम कितना भी विचारों की आजादी की बात कर लें, लेकिन कुछ कहने पर लोग मेरे घर के बाहर आकर पत्थर फेंकने लग जाते हैं। लेकिन हां, अगर कभी किसी मुद्दे पर खड़ा होना होगा, तो फिर उस पर डटा रहूंगा।