नई दिल्ली।21 का दूल्हा और 68 की दुल्हन। जी हां, ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है।दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले एक 21 वर्षीय युवक की दो साल पहले सोशल मीडिया पर लंदन की रहने वाली 68 वर्षीय महिला से संपर्क हुआ। अब वे दोनों अपनी शादी का पंजीकरण कराना चाहते हैं लेकिन इसके लिए उनको कई मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हृदयनाथ अपनी ‘पत्नी’ जोआन पामेला गुलविन के साथ रह रहे हैं। गुलविन को अपने वीजा की अवधि बढ़ाए जाने का इंतजार है ताकि विदेश मंत्रालय की अनुमति पर वह देश में रह सकें। उनके वकील अतुल चतुर्वेदी का कहना है कि गुलविन एक ब्रिटिश हैं। वह पिछले साल भारत आई थीं और कुछ महीने यहां रही थीं। इस साल अप्रैल में वह स्वदेश लौट गई थीं। 22 अगस्त को हृदयनाथ के 21 साल के होने पर युगल ने विशेष विवाह अधिनियम के तहत शादी की प्रक्रिया शुरु कर दी। जब युगल अपनी शादी का पंजीकरण कराने ऑफिस पहुंचा तो पुलिस वेरिफिकेशन में विलंब था। गुलविन का वीजा 7 अक्टूबर को खत्म होने वाला था।
विवाह प्रमाण पत्र में देरी के कारण उन दोनों ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया ताकि वह विदेश मंत्रालय को निर्देश दे कि वे गुलविन का वीजा एक्स श्रेणी में कर दें। उनकी याचिका के अनुसार, कानूनी तौर पर हृदयनाथ की शादी की उम्र होने पर वे जल्द से जल्द शादी करना चाहते थे लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन में देरी के कारण उनकी शादी का पंजीकरण विशेष विवाह अधिनियम के तहत नहीं हो सका। उनके पास विवाह का प्रमाण पत्र न होने के कारण गुलविन के वीजा की तिथि भी बढ़ाने की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी।
याचिका पर सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति आर एस एन्डलॉ ने पाया कि दोनों के बीच उम्र का अंतर सवाल खड़ा करता है। इस पर कोर्ट ने गुलविन को दो नवंबर को कोर्ट में पेश होने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय और विदेश में रहने वालों के पंजीकरण कार्यालय को याचिकाकर्ताओं के बैकग्राउंड जांच करने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि उनके वकील ने कोर्ट को बताया कि गुलविन ने इससे पहले किसी भी भारतीय से शादी नहीं की है और न ही वह ब्रिटेन वापस जाने की इच्छा रखती है। उन्होंने बताया कि वह अपने पति के साथ दिल्ली में ही रहना चाहती है। शादी से पहले कई सप्ताह वे दोनों एक साथ दिल्ली में रहे हैं।