नई दिल्ली। दिल्ली के प्रदूषण में यातायात एक बड़ी भूमिका निभाता है। इसे कम करने के लिए सुगम सार्वजनिक परिवहन आवश्यक है। ‘कार फ्री डे’ ने प्रदूषण को 60 प्रतिशत तक कम कर दिया है जबकि पर्यावरण से जुड़े संगठनों ने इस पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। यह बातें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही। वहीँ, सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट (सीएसई) ने दावा किया है कि इस अभियान के चलते प्रदूषण में भारी कमी दर्ज की गई जबकि ग्रीनपीस इंडिया ने एक प्रतीकात्मक पहल बताया है।
केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा कि कार फ्री डे का प्रभाव, सड़क पर प्रदूषण में करीब 60 फीसदी की कमी। इसका मतलब है कि ट्रैफिक इसमें अहम भूमिका निभाता है। हमें ट्रैफिक घटाना होगा। उन्होंने ट्वीट किया कि आरामदेह, भरोसेमंद पहुंच के दायरे वाली सार्वजनिक परिवहन प्रणाली और अच्छी तरह से डिजाइन की गई सड़कें इसके लिए जरूरी हैं। वहा कहते हैं कि मैं व्यक्तिगत रूप से इस पर काम करूंगा। यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने लाल किला और भगवान दास मार्ग पर केजरीवाल के नेतृत्व में साइकिल रैली निकाली।
सीएसई की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीएसई ने लाल किला से इंडिया गेट तक कार फ्री डे के दौरान महीन प्रदूषणकारी कणों के स्तर में काफी कमी दर्ज की है। इस स्थान पर कल शाम दर्ज प्रदूषण के स्तर में 60 फीसदी कमी दर्ज की गई। इसमें बताया गया है कि पीएम 2. 5 (महीन कण) में 45 फीसदी की कमी दर्ज की गई। सीएसई की कार्यकारी निदेशक (रिसर्च एंड एडवोकेसी) अनुमिता राय चौधरी ने कहा कि दिल्ली सरकार की इस पहल ने यह साबित करने में मदद की है कि दिल्ली में कारों की बढ़ती संख्या ने किस तरह से जहरीले प्रदूषण को बढ़ाया है। ग्रीनपीस इंडिया ने भी आज और कल वायु गुणवत्ता निगरानी सर्वेक्षण किया।