उज्जैन| शहर में शाही स्नान के लिए आज सुबह क्षिप्रा नदी में जूना अखाड़ा के साधु-संतों के पहुंचने के साथ ही हिंदुओं के सबसे बड़े समागमों में से एक सिंहस्थ कुंभ मेला शुरू हो गया। ये मेला एक माह तक चलेगा| ख़ास बात ये है कि इस बार किन्नरों ने भी मेला क्षेत्र में अपना ‘अखाड़ा’ स्थापित किया है|
देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग उज्जैन में है। भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में प्रत्येक 12 साल के अंतराल में एक बार होने वाले इस मेले में पवित्र स्नान करने के लिए देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं। इस मेले में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न आये इसलिए सरकार ने क्षिप्रा नदी के तट पर पूरे इंतजाम किए हैं|
मध्य प्रदेश सरकार की और से जारी एक बयान में कहा गया है कि, ‘एक माह तक चलने वाले कुंभ मेले के लिए उज्जैन पूरी तरह तैयार है। विभिन्न जिलों से पुलिस बलों को उज्जैन लाया गया है। इस दौरान साधु संतों सहित करीब पांच करोड़ लोगों के उज्जैन पहुंचने का अनुमान है। यह ‘हरित सिंहस्थ’ होगा’।
उज्जैन रेंज के पुलिस महानिरीक्षक मधु कुमार ने बताया कि, ‘पवित्र क्षिप्रा नदी के तट पर कुंभ मेले में करीब पांच करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है जिसके लिए पूरे जिले में सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं।’ उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य पुलिस कर्मियों, केंद्रीय बलों तथा अन्य विभागों के कर्मियों सहित 22,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। जबकि शाही स्नान के समय 25,000 सुरक्षा कर्मी मेला स्थल पर नजर रखेंगे’।