उज्जैन| नाबालिग से बलात्कार के आरोप में जेल में बंद आसाराम बापू के आश्रम पर बुधवार को निर्मोही अखाड़ा से जुड़े साधुओं ने हमला किया और तोड़-फोड़ की| अखाडे के संतों ने आसाराम के आश्रम में जबरन प्रवेश उसे अपने कब्जे में ले लिया| संतों ने आसाराम को कलंक करार देते हुए शहर में चल रहे सिंहस्थ के दौरान अपने रहने के लिये गंगाजल से पवित्र भी किया|
प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि,’जिवाजी पुलिस थाना के तहत मंगलनाथ क्षेत्र के प्लाट नंबर 330-2 पर स्थित आशाराम आश्रम की जमीन को 22 अप्रैल से शुरू हो रहे सिंहस्थ के लिये निर्मोही अखाडे को अस्थाई तौर पर आंवटित किया गया है| उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र के पास स्थित इस निजी भूमि को जिला प्रशासन द्वारा अस्थाई तौर पर अखाडों को सिंहस्थ के लिये दिया जाता है’|
निर्मोही अखाडे के संत सुरेश दास जी महाराज ने बताया कि, ‘सिंहस्थ के लिये आसाराम आश्रम की जमीन जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिन पहले ही अस्थाई तौर पर निर्मोही अखाडे को आवंटित की गई है| लेकिन आसाराम के समर्थक हमारे लिये आश्रम की भूमि नहीं छोड रहे थे| इसलिए हम आश्रम में गये और वहां से आशाराम के फोटो हटा दिया’|
उन्होनें कहा कि, ‘आसाराम अपने किये के कारण संत कहलाने के लायक नहीं है और वह जेल में बंद हैं| इस कारण सिंहस्थ के दौरान हमने अपने रुकने के लिये उस स्थान को गंगाजल छिडककर पवित्र किया है|