नई दिल्ली। पिछले वर्ष देश में बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बयान ने राजनीतिक और सोशल मीडिया के गलियारों में हलचल उत्पन्न कर दी थी। अब उन्होंने कहा है कि भारत में उनसे बड़ा देशभक्त कोई नहीं है। हालांकि, शाहरुख का कहना है कि जब उन्हें अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए कहा जाता है, तो वह काफी निराश और दुखी हो जाते हैं।
शाहरुख ने पिछले वर्ष नवंबर में एक समारोह में कहा था कि धार्मिक असहिष्णुता से बुरा कुछ भी नहीं है और यह भारत को अंधेरे युग की ओर ले जाएगा। शाहरुख ने कहा, ‘कभी-कभी मुझे यह जानकर काफी दुख होता है और रोना भी आता है कि मुझे इस देश की नागरिकता को साबित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं सभी युवा नागरिकों को सहिष्णु होने, खुश रहने और राष्ट्र को आगे ले जाने के बारे में बताऊंगा। छोटे और तुच्छ मामलों से देश के हित को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं आखिरी बार यह कहना चाहता हूं और मैं इसे दुबारा नहीं दुहराऊंगा कि मुझसे बड़ा देशभक्त इस देश में दूसरा नहीं है।
शाहरुख ने कहा, ‘मेरे पिता सबसे युवा स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। मैं कैसे सोच सकता हूं कि यह देश किसी के लिए अनुकूल नहीं है। मेरे जैसा आदमी जिसने सबकुछ इसी महान देश से पाया है। मैं शिकायत करनेवालों में सबसे आखिरी रहूंगा।’ उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘मेरा परिवार अपने आप में एक मिनी भारत है।
मेरी पत्नी हिन्दू है, मैं जन्म से मुस्लिम हूं और मेरे तीन बच्चे तीन धर्मों का अनुसरण करते हैं तो मैं कैसे अपने देश के बारे में ऐसा सोच सकता हूं।’ शाहरुख के बयान को भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ समझा गया था। हालांकि शाहरुख ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि वे केंद्र सरकार का समर्थन करते हैं।