नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सम-विषम परिवहन योजना के दूसरे दिन शनिवार को 600 से अधिक यातायात नियम उल्लंघन के मामले सामने आए। सप्ताहांत होने की वजह से यातायात सामान्य रही। प्रदूषण के स्तर को लेकर मिली-जुली खबरें आईं।
दिल्ली सरकार ने जहां इसमें कमी की बात कही, वहीं दिल्ली प्रदूषण समिति ने कुछ इलाकों में प्रदूषण स्तर बढ़ने की बात कही है। दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा कि प्रारंभिक रुझान से पता चलता है कि सम-विषम योजना का दिल्ली वायु गुणवत्ता पर सकारात्मक असर पड़ा है।
बयान में हालांकि कहा गया कि चार-पांच दिन के बाद ही आंकड़ों की व्याख्या की जा सकेगी। उधर, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने कहा कि गैस सांद्रता खासकर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड में शनिवार को गिरावट रही। योजना के दूसरे दिन कुल 678 लोगों के चालान काटे गए।
योजना के पहले दिन करीब 1300 लोगों के चालान काटे गए थे। नियम का उल्लंघन करने वालों को 2000 रुपये जुर्माना किया गया। राजधानी की सड़कों से शनिवार को हजारों की संख्या में विषम नंबर की गाड़ियां नदारद रहीं, क्योंकि योजना के तहत आज सम संख्या वाली गाड़ियों के परिचालन का दिन था।
उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी दिल्ली सरकार की सम-विषम यातायात योजना को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, “भाजपा लोगों से सम-विषम का उल्लंघन करने के लिए अपील कर रही है। भाजपा का ऑटो यूनियन हड़ताल का आह्वान करता है, अफवाह फैलाता है। आरएसएस और भाजपा सम-विषम को विफल करना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली के लोग एक बार फिर भाजपा को विफल कर देंगे।”
केजरीवाल ने कहा, “जनवरी में भी भाजपा ने अधिकारियों की हड़ताल की साजिश रचकर सम-विषम को विफल करने की कोशिश की थी। लेकिन लोगों ने भाजपा को फेल कर दिया और सम-विषम को सफल कर दिया।”विपक्षी दलों ने इस योजना का समर्थन नहीं किया है और मौजूदा सार्वजनिक परिवहन सुविधा में सुधार की मांग की है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि अनियोजित सम-विषम योजना के कारण नागरिकों को बहुत असुविधा हो रही है। कई कार्यालयों में शनिवार को बंदी रहने के बावजूद इतनी संख्या में लोगों के चालान कटे। एक चालक ने कहा कि अन्य शनिवारों की अपेक्षा यातायात कम है।
पवित्र नामक एक व्यक्ति ने कहा, “मैं सम-विषम परिवहन योजना से बेहद खुश हूं। सुबह में मात्र 30 मिनट में मैं आईएनए से कनाट प्लेस पहुंच गया, जबकि अन्य दिनों में डेढ़ घंटे का समय लगता है।”