लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री आजम खां और राज्यपाल राम नाईक के बीच चल रही तनातनी ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर आजम खां ने राम नाईक पर निशाना साधा है।
मंत्री आजम का कहना है कि कहा है कि राज्यपाल राम नाईक राजभवन को आरएसएस भवन बनाना चाहते हैं और इस पर पुरजोर विरोध करते हैं।
राज्यपाल राम नाईक ने आजम की बर्खास्तगी की मांग की थी। इसपर मंत्री आजम खां ने कहा, “राज्यपाल को हमारी बर्खास्तगी की मांग का कोई अधिकार नहीं है”।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि राज्यपाल खुद अपने बारे में सोचें कि क्या उन्हें राज्यपाल रहने का अधिकार है।
आजम खांन ने कहा, “राज्यपाल को कम से कम इतना पढ़ा लिखा होना चाहिए कि सदन में हम मंत्री की हैसियत से नहीं बल्कि विधायक की हैसियत से होते हैं। हमें जनता ने चुना है। राज्यपाल की तरह आरएसएस ने चुनकर राजभवन नहीं भेजा”।
राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए आजम खां ने कहा वो लोकतंत्र को नुकसान पंहुचा रहे हैं। आज बोले, “बेईमानों को राज्यपाल द्वारा प्रोटेक्शन नहीं देना चाहिए। वो क्यों भ्रष्ट और रिश्वतखोर लोगों को बचाना चाहते हैं?”
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा था कि आजम खान संसदीय कार्य मंत्री के पद पर काम करने लायक नहीं हैं।