मुंबई। हिंदी फिल्मों अपने हरफनमौला अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले दिग्गज अभिनेता सईद जाफरी का निधन हो गया। वह 86 साल के थे। उनकी भांजी शाहीन अग्रवाल ने फेसबुक पर यह जानकारी बाटी।
सईद ने 70 से लेकर मौजूदा दौर तक कई हिंदी फिल्मों में अभिनय किया। ‘गांधी’, ‘शतरंज के खिलाड़ी’, ‘चश्मे बद्दूर’ और ‘मासूम’ यह कुछ नाम हैं जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। सत्यजीत रे की फिल्म ‘शतरंज के खिलाड़ी’ में मीर रोशन अली के किरदार के लिए सईद जाफरी को फिल्मफेयर की ओर से सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावाअंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी सईद ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। रिचर्ड एटनबॉरो की गांधी में सईद ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का रोल निभाया है।
पियर्स ब्रोसनन, शॉन कोनरी और माइकल केन जैसे अंतरराष्ट्रीय नाम सईद जाफरी के सह कलाकार रह चुके हैं। वहीं तंदुरी नाइट्स और ज्वेल इन द क्राउन जैसे टीवी शो के लिए भी सईद जाने जाते रहे हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी सईद जाफरी को याद करते हुए ट्वीट किया और लिखा ‘सईद जाफरी बहुमुखी प्रतिभा के कलाकार थे और उनकी योग्यता और प्रतिभा को हमेशा याद किया जाएगा। उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।’
निर्देशक शेखर कपूर ने जाफरी को एक दयावान व्यक्ति बताया। कपूर ने अपनी पहली फिल्म ‘मासूम’ में जाफरी के साथ काम किया था। कपूर ने ट्वीट किया, ‘अलविदा प्यारे सईद, अपने करियर की शुरुआत आपके ही साथ ‘मासूम’ से की थी। आपकी सहृदयता और काम के प्रति आपके समर्पण को नहीं भुला सकता।’
अपने समय के सबसे प्रतिभावान कलाकारों में से एक जाफरी ने अपने करियर की शुरुआत आकाशवाणी से की थी। उसके बाद वह फुलब्राइट स्कॉलर के तौर पर अमेरिका चले गए और वहां उन्होंने द कैथोलिक युनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका से ड्रामा की पढ़ाई की। वह पहले भारतीय थे जो शेक्सपियर के नाटकों को लेकर अमेरिका की यात्रा पर गए।