नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल विस्तार करने के बाद संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए) में फेरबदल किया है। कैबिनेट समिति से स्मृति ईरानी को हटा दिया गया है, जो पहले मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में इसमें शामिल थीं। ईरानी की जगह मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनके उत्तराधिकारी प्रकाश जावड़ेकर को प्रमोट कर कैबिनेट समिति का सदस्य बनाया गया है। इससे पहले जावड़ेकर कैबिनेट समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल थे।
हाल ही में कैबिनेट में हुए फेरबदल के बाद ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हटाकर कपड़ा मंत्रालय में भेज दिया गया था|एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसी हफ्ते केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुकीं अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला अब इस समिति की सदस्य नहीं रहीं। नए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस समिति में अपने पूर्ववर्ती डी. वी. सदानंद गौड़ा का स्थान लिया है।
नए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार भी इसमें शामिल किए गए हैं। मुख्तार अब्बास नकवी को अल्पसंख्यक मामलों में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में प्रमोट किया गया है। इसके साथ ही उन्हें सीसीपीए में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एस. एस. अहलूवालिया और कानून राज्य मंत्री पी. पी. चौधरी को भी इस समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। यह समिति संसद सत्र के दौरान महत्वपूर्ण फैसले लेती है।
भाजपा के सहयोगी दलों में से रामविलास पासवान को भी इस समिति में शामिल किया गया है। समिति में प्रधानमंत्री के साथ गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्तमंत्री अरुण जेटली और रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर रहेंगे। इसके अलावा नियुक्ति की मंत्रिमंडलीय समिति में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रहेंगे।