श्रीनगर | हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में उत्पन्न हुए तनाव आज भी देखने का मिल रहा है| अबतक 23 लोगों के मरने और दो सौ से अधिक लोगों के घायल होने की ख़बर है| घायलों में सुरक्षा बलों के क़रीब सौ जवान भी शामिल हैं| इसी बीच सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है| बैठक में आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा की जाएगी| इस हिंसा के कारण अमरनाथ यात्रा पर असर पड़ा है और आज लगातार तीसरे दिन भी यात्रा को स्थगित कर दिया गया है| बताया जा रहा है कि लगभग 10 हजार अमरनाथ यात्री हिंसा के कारण फंसे हुए हैं|
कश्मीर में जारी हिंसा रविवार को भी उग्र दिखी| यहां अनंतनाग जिले के संगम में भीड ने एक चल बंकर वाहन को झेलम नदी में धकेल दिया जिससे उसमें सवार पुलिस चालक फिरोज अहमद की मौत हो गयी| हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत छह और लोग मारे गये और मृतकों की संख्या 23 पहुंच गयी| वहीं 200 से अधिक लोग घायल हो गये हैं| घाटी में कर्फ्यू जैसी पाबंदी लागू है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित बनी हुई हैं|
इधर, हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुहरान वानी की मौत के बाद फैली हिंसा के मद्देनजर रविवार को दूसरे दिन अमरनाथ यात्रा भी निलंबित रही| कुछ फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। कश्मीर में बेस कैम्प से यात्रा जारी रही| वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि रोकी गई अमरनाथ यात्रा को जल्द बहाल करवाने की कोशिश की जा रही है|
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में हुई जम्मू-कश्मीर कैबिनेट की बैठक में हालात और सुरक्षा बलों के साथ झडप में लोगों के मारे जाने को लेकर दुख जताया गया| सरकार ने वादा किया कि अगर सुरक्षा बलों की ओर से अनुचित ढंग से बल प्रयोग किया गया है तो उसकी जांच होगी| सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे हिंसा भडकाने वालों के कुचक्र में नहीं फंसे|
कैबिनेट ने हुर्रियत कांफ्रेंस सहित सभी अलगाववादियों और नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और माकपा जैसी मुख्यधारा की पार्टियों से अपील की है कि वे राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद करें| दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी में हालात की समीक्षा की और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया| राज्य पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों से हिंसा नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इससे सही परिणाम नहीं निकलेंगे और वे युवाओं को मारने से बचना चाहते हैं|