भाजपा की राह पर कांग्रेस
लखनऊ। मिशन 2017 में सीएम के चेहरे को लेकर कांग्रेस भी भाजपा की राह पर है। कांग्रेस ब्राम्हणों को रिझाने के लिए एक सजातीय कद्दावर नेता की तलाश अभियान पर नव निर्वाचित प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने ब्रेक लगा दिया। कहा कि पार्टी ने अभी तय नहीं किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम का चेहरा पेश करेगी कि नहीं।
हाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी यूपी में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में कहा था कि पार्टी अभी यह तय नहीं किया है कि चुनाव में सीएम का चेहरा उतारेगी या नहीं। ठीक उसी तरह गुलाम नबी आजाद ने भी सीएम के चेहरे को असमंजस जता दिया। जबकि आजाद ने ही पूर्व में साफ कहा था कि कांग्रेस मुख्यमंत्री के तौर पर किसी चेहरे को चुनाव से पहले जनता के सामने जरूर पेश करेगी.। स्वर्ण वोटरों को रिझाने के लिए कांग्रेस किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश कर सकती है. इसके लिए शीला दीक्षित, प्रमोद तिवारी, और जितिन प्रसाद का नाम भी लिया जा रहा था।
आगामी विधानसभा चुनाव में इस बार प्रियंका गांधी रायबरेली अमेठी और सुल्तानपुर से बाहर निकलकर पूरे उत्तर प्रदेश में लोगों से कांग्रेस के लिए वोट मांगेगी.। इसक लेकर भी आजाद ने गोल मोल जवाब दिया। कहा कि जब प्रियंका पंचार करेंगी तो लोगों को पता चल जायेगा।