दे सकते हैं स्वामी प्रसाद मौर्या का साथ
लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्या के बाद अब बसपा के महासचिव आरके चौधरी ने भी बीएसपी का दामन छोड़ दिया है। बसपा से नाता तोडने के बाद आर के चौधरी ने कहा कि 11 जुलाई को अपने समर्थकोे की बैठक बुलायी है जिसमें आगामी रणनीति के बारे में कोई फैसला लिया जायेगा। यह भी कयास लगाये जा रहे है चौधरी स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ जा सकते है।
आरके चौधरी ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर आरोप लगाया कि बसपा को राजनीतिक दल नहीं बल्कि रीयल इस्टेट बना कर रख दिया है। वह चाटुकारों के कहने पर फैसला लिये जाते है। मिशनरी कार्यकर्ता पार्टी में किनारे लगा दिए गए हैं। मायावती को धन उगाही का शौक है।
करीब 12 साल बाद आरके चौधरी पुनः बसपा में ष्सामिल हुए थे। वह आगामी विधानसभा चुनाव में मोहनलालगंज सीट से टिकट चाह रहे थे। लेकिन बसपा ने इस स्थान से दूसरे को टिकट दे रखा था। इसे लेकर वह नाराज चल रहे थे। इसी कारण उन्होंने बसपा से आज अपना नाता तोड दिया। भविष्य की नीति के बारे में उन्होंने अभी कुछ तय नहीं किया है। । 11 जुलाई को कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गई है। कार्यकर्ताओं की राय के बाद ही वो आगे की कोई योजना बनाएंगे।
चौधर इससे पूर्व 2001 में बसपा छोड चुके है। इसके बाद उन्होंने बहुजन क्रांति दल के नाम से एक दल का गठन किया। करीब 12 साल बाद गत लोक सभा चुनाव से पूर्व वह पुनः बसपा में षामिल हुए। इस तरह बसपा को कुछ ही दिनों दूसरी बार बडा झटका लगा है। क्योंकि यह मोहनलालगंज क्षेत्र से दो बार विधायक एवं प्रदेष सरकार मे मंत्री भी रह चुके है।