विस्तार से पहले मनोज पाण्डेय की छिनी कुर्सी
लखनऊ। साढ़े चार साल की अखिलेश सरकार के मंत्रिमण्डल का आज सातंवा विस्तार हो गया। जहां एक ओर सात दिनों अंदर बलराम यादव की पुनः कैबिनेट मंत्री की वापसी हुई वहीं चार नये नेताओं को मंत्रिपद की शपथ दिलायी गयी। इसके साथ ही दो कैबिनेट तथा तीन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया। वहीं मंत्रिमण्डल विस्तार से कुछ ही घंटे पूर्व कैबिनेट में विज्ञान और प्रोद्योगिकी मंत्री मनोज पाण्डेय को बर्खास्त कर दिया गया।
तयशुदा कार्यकम के अनुसार राजभवन में आज राज्यपाल राम नाइक ने कुछ दिन पूर्व हटाये गए बलराम यादव की कैबिनेट मंत्री के रूप में दोबारा मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल कराया।
इसके साथ ही अखिलेश सरकार की कैबिनेट में चार नए चेहरों को भी मंत्रिमण्डल की शपथ दिलायी गयी। इसमें नारद राय, को कैबिनेट तथा रविदास मेहरोत्रा, शारदा प्रताप शुक्ला एवं जियाउद्दीन रिजवी को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया है। इस मंत्रिमण्डल विस्तार में लखनऊ को विषेष तरजीह दी गयी है। यहां से विधायक रविदास मेहरोत्रा एवं शारदा प्रताप शुक्ला को भी मंत्री बनाया गया हैं।
नाराज शिवपाल नहीं पहुंचे राजभवन
शिवपाल यादव कैबिनेट विस्तार में शामिल नहीं हुए। वह सोमवार की रात को ही इटावा वापस लौट आए। यहां पर भूमि विकास बैंक के अधिकारियों की अचानक बैठक बुला ली। माना जा रहा है कि कौमी एकता दल के विलय से हुई किरकिरी के बाद वे पार्टी से नाराज हैं.। शिवपाल ने ही मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का सपा में विलय कराया था. जिसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रद्द कर दिया हैं।