मौर्या के जाने से खुष है पार्टी नेताः मायावती
लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्या के जाने के बाद बहुजन समाज पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में भी मौर्या छाये रहे। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मौर्या को अपने ही समाज का गद्दार बताया।
नेता प्रतिपक्ष के मनोनयन पर उन्होंने कहा कि पार्टी विधायक ही एक नेता तय कर लेंगे जिसे मौर्या की जगह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जायेगा। बैठक के बाद मायावती ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने समाज की भी चिंता नहीं की, उन्हें सिर्फ अपने बेटे-बेटियों की चिंता थी। उनके पार्टी छोड़ने से पार्टी के कई नेता व विधायक खुश हैं। उनके खिलाफ मुझे लंबे समय से शिकायत मिल रही थी। लेकिन हमने पार्टी नेताओं को धैर्य रखने के लिए कहा था।
मायावती ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का अपना निजी राजनीतिक स्वार्थ था. समाज के प्रति उन्हें कोई लगाव नहीं है।. वे 2012 में भी अपने परिवार व बेटे-बेटी को चुनाव में टिकट दिलाने की मांग कर रहे थे।, उन्होंने आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद मौर्य विपक्ष के नेता के रूप में विधानसभा में बातें ठीक ढंग से नहीं उठाते थे। इसकी शिकायत मेरे पास आती रहती थी। मौर्य के पार्टी छोड़ कर जाने से कोई असर नहीं पड़ेगा बल्कि बसपा और मजबूत होगी।
मायावती ने यह भी कहा कि उन्हें न अपने समाज, न बहुजन समाज पार्टी और न ही आंबेडकर से कोई लेना-देना था। जब से वह पार्टी छोड़ कर गये हैं, तब से सब खुश हैं कि गद्दार आदमी पार्टी छोड़ कर चला गया। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी को छोड़ कर जाने वाले लोगों के साथ समाज नहीं जाता। कई बार एक-दो साल में लोग वापस आते हैं और कहते हैं बहनजी माफ कर दो। कई नेताओं को बसपा ने वापसी भी करायी है।