लखनऊ। दो दशक तक बसपा में लंबी पारी खेलने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य अब कहा जायेंगे और किसके साथ नयी पारी की शुरूआत करेंगे, यह अभी सस्पेंश बरकरार है। बसपा से नाता तोडने के बाद पहले भाजपा पर हमला बोलने के बाद अब सपा को भी निशने पर ले लिया।
इन दोनों ही दलों पर प्रदेश में सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया। बहरहाल उन्होंने एक जुलाई को अपने समर्थकों की बैठक बुलायी है उनकी राय जानने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने किसी पार्टी में जाने से पहले अपने कार्यकर्ताओं के रुख को भांपने का निर्णय लिया है। इस बाबत उन्होंने आगामी एक जुलाई को कार्यकर्ताओं की पंचायत बुलाई है।
पंचायत में कार्यकर्ताओं का रुख देखने के बाद स्वामी किसी भी पार्टी में जाने का निर्णय लेंगे।
मौर्या का अभी किसी भी पार्टी में उनके जाने का कोई इरादा नहीं लग रहा है। उन्होंने बताया कि पार्टी में शामिल होने का विकल्प उन्हें मिला है।लेकिन, किसी भी पार्टी में जाने से पहले वह कार्यकर्ताओं से राय लेंगे।
एक जुलाई को सीएमएस, शहीद पथ स्थित शाखा में आयोजित सम्मेलन में वह अपनी बात रखेंगे और विकल्पों के बारे में उन्हें जानकारी देंगे। इसके बाद कार्यकर्ता जो फैसला लेंगे, उस आधार पर आगे वह र्निणय लेंगे।