नियमित कर राज्यकर्मी का दर्जा रहे थे मांग
लखनऊ। प्रदेश भर से राजधानी लखनऊ की विधान सभा का घेराव करने आ रहे ग्राम रोजगार सेवकों की पुलिस प्रशासन के कडे रूख से एक नही चली। प्रशासन ने उन्हें रोककर गिरफ्तार कर राजधानी के रमा बाई अंबेडकर स्थल पर बनी अस्थायी जेल में भेज दिया।
ग्राम रोजगार सेवक नियमित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर आज प्रदशन करने आ रहे थे। लखनऊ में प्रशासन की फुलप्रूफ व्यवस्था के चलते भी ग्राम रोजगार सेवकों लक्षमन मेला मैदान के अलावा चारबाग और हजरतगंज से गिरफ्तार किया गया। इस दौरान ग्राम रोजगार सेवकों और पुलिस के बीच तीखी झड़प भी हुई। प्रशासन ने रमाबाई अम्बेडकर मैदान को अस्थाई जेल बनाया है जिसमें हजारों की संख्या में गिरफ्तार किए गए ग्राम रोजगार सेवकों को रखा गया। हलकि प्रदर्शन की पूर्व सूचना के चलते शहर का यातायात बदल दिया गया था लेकिन फिर भी व्यवस्था चरमरा गई।
ग्राम रोजगार सेवकों के विधानसभा पर बड़े प्रदर्शन के चलते भारी पुलिस और पीएसी बल तैनात किया गया था। हजारों ग्राम रोजगार सेवक लक्ष्मण मेला मैदान में सुबह से ही डेरा जमाये बैठे थे। वह रणनीति के तहत विधानसभा का घेराव करने के लिए जा रहे थे लेकिन मौके पर मौजूद भारी पुलिस फोर्स ने उन्हें वहीं से बसों और प्राइवेट गाड़ियों में चारबाग, विधान सभा, से गिरफ्तार कर भरकर रामाबाई अम्बेडकर मैदान में भेज दिया गया।
सघ के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया करीब 20 हजार ग्राम रोजगार सेवकों को प्रशासन ने पूरे प्रदेश में गिरफ्तार किया है इसमें लखनऊ पहुंच रहे हजारों ग्राम रोजगार सेवकों को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से, लखनऊ आ रही आधा दर्जन बसें हरदोई से, बलिया, पीलीभीत, बरेली, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, अजमगढ़, शाहजहांपुर, लखीमपुर, सीतापुर, सहित कई जिलों में पुलिस ने जिलों की सीमा के बाहर ही गिरफ्तार कर लिया।