लखनऊ। कैराना के हिदू पलायन का मामला उछाल कर भाजपा स्वयं इसमें फंस गया है। यहां के सांसद हुकुम सिंह द्वारा यहां के हिंदू पलायन की जारी की गयी सूची की प्रशासन ने जांच की तो इसमें अधिकांश परिवार कई साल पहले रोजगार के सिलसिले में बाहर चले गए थे। वहीं जिला प्रशासन से यहां रंगदारी मांगने की किसी भी घटना से इनकार किया हैं।
मालूम हो कि गत कैराना सांसद हुकुम सिंह ने आरोप लगाया कि यहां के 346 हिंदू परिवार दहशत के कारण दूसरी जगह पलायन कर गए। जिला प्रशासन ने इस सूची की जांच कि तो इसमें 68 परिवार दस साल पहले ही यहां से जा चुके है। इतना ही नहीं 168 परिवार पांच साल पहले चले गए। 60 परिवार शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और अन्य कारणों से दूसरे स्थानों पर रह रहे हैं।
सूची में शामिल परिवारों में से 28 अभी भी कैराना में रह रहे हैं। सात परिवारों के नाम सूची में दो बार लिखे गए हैं।. इसके अलावा पांच लोग सरकारी सेवा में थे, जो रिटायर होने के बाद शहर से चले गए हैं।
इसके साथ ही भाजपा नेताओं के इस मामाले में बयान भी अलग अलग है। जांच दल शामिल सुरेश कुमार खन्ना का कहना है कि यहां पर एक वर्ग विशेष के लोग दहशत फैला जा रहे है जिसके कारण हिंदू परिवार पलायन कर रहे है। वहीं हुकुम सिंह का कहना है कि यहां पर अपराधिक मामला है न कि साम्प्रदायिक । अपने ही लगाये गए आरोपों से घिरी भाजपा अब इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है।