नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव ने विदेशों में रखे काले धन को वापस लाने के लिए केन्द्र सरकार के प्रयासों पर अपना असंतोष जताते हुए कहा कि जब संसद में सांसद ‘‘सुन रहे’’ हो तो सड़कों पर नहीं बोलना चाहिए।
राम देव ने कहा कि कालेधन के मुद्दे पर सरकार द्वारा प्रभावी कदम नहीं उठाए जाने के कारण, मैं और देश जनता से बहुत असंतुष्ट हूँ। मैंने प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से इस मुद्दे पर बातचीत की है।
सोमवार को जालंधर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में नशीले पदार्थों की समस्याओं तथा कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के खिलाफ पार्टी के प्रस्तावित धरने पर राम देव ने कहा कि पहले राहुल से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या उन्होंने कभी अपनी जिंदगी में नशीली दवायें ली हैं।
हालाँकि, योद्गुरु ने केंद्र सरकार के विकास योजनाओं को लागू करने एवं भ्रष्टाचार के प्रति उसकी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने के नीति की सराहना की है।शहीद के फिल्म उड़ता पंजाब को लेकर चल रहे विवाद पर बाबा ने यह कहकर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि वह फिल्में नहीं देखते। उन्होंने कहा कि देश में नशे का इस्तेमाल बढ़ रहा है जिसे रोका जाना चाहिए।
साथ ही उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि यदि राहुल को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया तो भाजपा कार्यकर्त्ता आलसी बन जाएंगे क्योंकि उन्हें कम मेहतन करनी पड़ेगी। किन्तु यदि वे प्रियंका को अध्यक्ष बनाना पसंद करते हैं तो भाजपा के लोगों को योग करना पड़ेगा।’’ राजद प्रमुख लालू यादव ने पिछले माह उनकी सराहना करते हुए कहा था कि कड़ी मेहनत के जरिये उन्होंने भारी सफलता प्राप्त की है। इस पर योगगुरु ने कहा, ‘‘कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा क्योंकि लालूजी ने रामदेव की आलोचना बंद कर दी है।’’