लखनऊ। सूबे में अगली सरकार बनाने के लिए संघर्ष कर रही भाजपा रणनीति के तहत कुछ नेताओ के पर कतरने की तैयारी कर रही है तो कुछ को आगे बढाने की। इसी कडी में पार्टी के फायरब्रांड नेता एवं सांसद वरूण गांधी को उनके निर्वाचन क्षेत्र तक नहीं सीमित कर दिया गया है। हालत यह हो गयी है कि अब उन्हें सुल्तानपुर से बाहर कार्यक्रम करने की भी इजाजत नहीं है।
वरूण गांधी को स्वयं को यूपी का अगला मुख्यमंत्री के रूप में पेश करते है। इसे लेकर उनके समर्थक समय समय में माहौल भी बनाने का प्रयास करते रहते है। लेकिन भाजपा हाईकमान उन्हें आगे बढने से रोकता है। भाजपा अध्यक्ष अमितशाह ने पहले उन्हें अपनी टीम से आउट किया अब उन्हें सुल्तानपुर से आगे बढने नहीं दिया जा रहा है।
केन्द्र सरकार के दो साल पूरे होने पर 26 मई से 15 जून तक पूरे देश में विकास पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व का मुख्य फोकस यूपी है इसीलिए यहां पर 45 केन्द्रीय मंत्रियों के साथ ही संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी भी कार्यक्रम कर केन्द्र सरकार का बखान कर रहे है। हाल में वरुण गांधी ने इलाहाबाद जाकर एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इससे भाजपा खासी नाराजगी जतायी।
क्योंकि 12 एवं 13 जून को इलाहाबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक तय की जाएगी। वरुण गांधी के पिछले महीने इलाहाबाद जाने की वजह से कई नेताओं को इस बात का अंदेशा हुआ है कि वो खुद को सीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।