राजेश सिंह
विपक्ष ने इस घटना में खीचा शिवपाल यादव का नाम
शिवपाल के बचाव में उतरी सपा सरकार
हो सकती है सीबीआई जांच की सिफारिस
लखनऊ। मथुरा के जवाहर बाग की हिंसा प्रदेश सरकार के गले की फांस बनता जा रहा है। सम्पूर्ण विपक्ष इस घटना को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास करने के साथ ही सरकार के एक ताकतवर मंत्री शिवपाल सिंह यादव का नाम भी ले रहा है। वहीं विपक्ष को आरोप को नकारने के लिए सरकार अपने मंत्री के बचाव में उतर आयी है।
ऐसे में इस घटना की सीबीआई जांच होने की सम्भावना बढती जा रही है। वहीं विपक्ष इस घटना को चुनावी हथियार बनाने की तैयारी कर रहा है। मालूम हो मथुरा की इस घटना में दो पुलिस अधिकारियों सहित 29 लोगों की मौत हुई। घटना के बाद यहां पर भारी मात्रा मेे अवैध हथयार बरामद हुए है।
इसमें सरकार की नाकामी उजागर हो चुकी है। क्योंकि बीते दो साल से यह उपद्रवी सरकारी जमीन पर कब्जा कर मौज उडा रहे थे। हाई कोर्ट यदि इस भूमि को खाली कराने का आदेश न देता तो सरकार इस ओर ध्यान ही न देती। गौरतलब है कि पुलिस प्रशासन जब इस भूमि को खाली कराने गया तो आधी अघूरी तैयारी के साथ।
इसीका नतीजा है कि दो पुलिस अधिकारी शहीद हो गए। सपा सरकार ने भी इस घटना को लेकर मान लिया कि चूक हुई। वहीं विपक्ष का इस मुदृदे को हवा देने की कोशिश कर रहा है। इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड राम वृक्ष यादव मारा गया। लेकिन विपक्षी दल इस घटना में राम वृक्ष यादव को सांरक्षण देने का आरोप प्रदेश सरकार के मंत्री शिवपाल सिंह यादव पर लगा रहे है।
उनका आरोप है कि शिवपाल सिंह यादव इस क्षेत्र से चुनाव लडने की तैयारी कर रहे थे इसीलिए इन कब्जाधारकों को लेकर पुलिस प्रशासन अंजान बना हुआ था। वहीं सरकार शिवपाल यादव के बचाव में उतर आयी है।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर एक और मंत्री अम्बिका चौधरी ने कहा कि बिना किसी आधार के किसी का नाम खीचना ठीक नहीं है। भाजपा अध्यक्ष जो स्वयं जेल जा चुके है वह बिना सबूत के ही आरोप लगा रहे है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रदेश का विकास नहीं दिख रहा है इसीलिए वह बेवजह के आरोप लगा रही है। इस घटना को लेकर चल रही सियासत को देख यह मामला चुनावी मुद्दा बन सकता है। वहीं इस घटना केा लेकर मचे कोहराम को षांत कराने के लिए भी प्रदेश सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकती है।
नेताओं का जवाहरबाग में प्रवेश वर्जित
मथुरा का जवाहर बाग भयंकर हिंसा के बाद छावनी में तब्दील है। सघन तलाशी अभियान जारी है। ऐसे में पुलिस प्रशासन यहां आने वाले नेताओं को जवाहर बाग नहीं जाने दिया जा रहा है। भाजपा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल की अगुवाई कई सांसद एवं विधायकों की टीम यहां पहुंची तो उसे जवाहर बाग नहीं जाने दिया गया। इससे नाराज नेताओं ने प्रदेश सरकार के मंत्री शिवपाल सिंह यादव के इस्तीफे की मांग की। वहीं आगरा के आयुक्त चन्द्रकांत ने इस घटना की जांच को 15 दिन में पूरा करने का दावा कर रहे है।