राम वृक्ष जिंदा है या मुर्दा, पुलिस अंजान
लखनऊ। मथुरा हिंसा के मास्टर माइंड रामवृक्ष को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। आशंका जतायी जा रही है कि हिंसा के दौरान रामवृक्ष के मारे जाने या फिर जख्मी होने के बाद उसके साथी उसे किसी सुरक्षित जगह पर लेकर गए हैं।
राम वृक्ष को खोजने के लिए पुलिस मथुरा के अस्पतालों का निरीक्षण कर रही है। वहीं प्रशासन ने सभी मृतकों का डीएनए कराने के निर्देश दिए है।
मथुरा में हुए बवाल का मुख्य आरोपी गाजीपुर का रामवृक्ष यादव अब तक फरार है। वह गाजीपुर का मूल रूप से रहने वाला है। इमरजेंसी के दौरान 1975 में जेल में बंद भी रहा।
रामवृक्ष को यूपी सरकार की ओर से लोकतंत्र सेनानी का पेंशन भी मिलता है। रामवृक्ष की दो बेटी और दो बेटे हैं। उसीने जवाहर बाग के उधन विभाग की करीब 200 एकड भूमि पर कब्जा कर लोगों को बसाया था।
हाई कोर्ट के निर्देश पर इस भूमि पर कब्जा हटाने पहुंची पुलिस से राम वृक्ष की अगुवाई मे बवाल हुआ जिसमें दो पुलिस अधिकारियों सहित 27 लोगों की मौत हो चुकी है। बहरहाल इन दिनों जवाहर बाग इलाका छावनी बना हुआ है।