लखनऊ। सिर पर मैला ढोना एवं ढुलाना दोनों ही अपराध है। करीब एक दशक पहले केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने इस कार्य पर रोक लगा रखी है। इस कार्य में लगे लोगों को पुर्नवास कराने का भी अधिकार है।
प्रदेश सरकार अब फिर ऐसे लोगों का सर्वे कराने जा रही है। यह कार्य 30 सितम्बर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। चुनावी मौसम में एक बार फिर सत्तासीन समाजवादी पार्टी को मैला ढोने वालों की याद आयी है।
ऐेसे लोगों का फिर से सर्व होगा जिसके आधार पर उन्हें पुर्नवास की सुविधा दी जायेगी। यह कार्य शहरों में नगर निगम, नगर पालिका तथा ग्रामीण क्षेत्रो में पंचायती राज विभाग द्वारा कराया जायेगा। इसी सर्वे के आधार पर इस कार्य में लगे लोगों को पुर्नवास की सुविधा प्रदान की जायेगी।