खादी से याद आते हैं महात्मा गांधी
बुंदेलखण्ड की 75 महिलाओं को दिया चर्खा
लखनऊ। निफ्ट रायबरेली के सहयोग से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपने आवास पर खादी कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अन्य ब्रांडों की तरह खादी को भी मार्केटिंग और ब्रांडिंग की जरूरत है।
आज कल इसी का जमाना चल रहा है। इस दौरान उन्होंने खादी को बढाने के लिए कई योजनाओं का भी शुभारंभ किया। केन्द्र सरकार के दो साल पूरे होने पर अखिलेश यादव ने कहजा कि कई राजनीतिक दल तो ब्रांडिंग के बदौलत ही हैं।
उन्होंने कहा कि खादी को स्थान देना हम सबकी जिम्मेदारी है। जब से हम राजनीति में आये है तब से खादी ही पहन रहा हूं। मोटे धागे का कुर्ता-पैजामा पहनता हूं। खादी का काम करने वाले ही जानते हैं कि उन्हें किस तरह की दिक्कतें आती हैं।
एक धुलाई पर कपड़ा छोट़ा-बड़ा हो जाता है। उन्होंने कहा कि खादी को घरेलु रोजगार बनाने के लिए लैपटॉप, विद्याधन की तरह हम चरखा भी निःशुल्क दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि खादी वस्तुओं से बड़े पैमाने पर गरीबों को रोजगार मिलता है और उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है। इसलिए इसे बढ़ावा देना बहुत जरूरी है।
खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए राष्ट्रीय फैशन तकनीकी संस्थान (निफ्ट), रायबरेली द्वारा किए जा रहे सहयोग की सराहना की। प्रदेश सरकार ने खादी को बढ़ावा देने हेतु पूरी मदद की है।
खादी संस्थाओं के बकाया भुगतान के साथ ही खादी वस्त्रों पर छूट को बढ़ाया गया है। इसके लिए बजट में व्यवस्था की गई है। इस दौरान उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र की 75 महिलाओं को आधुनिक तकनीकी के चर्खे दिये।
कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने कहा कि आधुनिक ढंग से खादी निर्माण से खादी वस्त्रों की गुणवत्ता बढ़ेगी तथा अन्य प्रकार के वस्त्रों के मुकाबले में आ जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को शॉल और पारिजात का पौधा भेंट किया।
इस अवसर पर राज्य सरकार में मंत्री राजेन्द्र चौधरी, विनोद कुमार उर्फ पण्डित सिंह, मूलचंद चौहान, विधान परिषद सदस्य मधुकर जेटली, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग मोनिका एस0 गर्ग, निफ्ट रायबरेली के निदेशक भरत शाह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।