अखिलेश बोले थोडी- थोडी पिया करो
लखनऊ। बिहार में शराब बंद होने के बाद पूरे देश में दारू के खिलाफ अभियान छिड गया है। इसमें यूपी के ही कुछ राजनीतिक दल एवं स्वयं सेवा संस्थाएं भी शामिल हो गयी है। लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो टूक कहा कि यूपी में शराब बंद करना असंम्भव है। वहीं उन्होंने लोगों को कम शराब यानी थोडी थोडी पीने की सलाह दी।
शराब बंदी को लेकर बन रहे माहौल में यूपी की महिलाएं सबसे आगे है। गोण्डा में तो कुछ महिलाओं ने अपने शराबी पति को घर में खाना पानी तक बंद कर दिया है।
नवगठित राजनीतिक दल सोशलिस्ट पार्टी ने भी शराब बंदी के सहारे युपी में चुनाव लडने का ऐलान किया है। वहीं सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि शराब का उत्पादन गन्ने से होता है।
इस व्यवसाय से काफी लोग जुडे है ऐसे में यूपी में षराब बंद करना सम्भव नहीं है। वहीं उन्होंने लोगों को षराब न पीने एवं कम पीने की भी सलाह दी।
यूपी में सरकार शराब इसलिए नहीं बंद करना चाहती क्योंकि इससे सरकार को करीब 23 हजार करोड रूपये का राजस्व हर साल प्रापत होता है। ऐसे में यदि शराब बंदी की जाती है तो सरकार का नुकसान होगा।
इस व्यवसाय में लगे लाखों लोग बेरोजगार हो जायेंगे। जबकि जदयू के एक नेता का कहना है कि शराब बंद होने से जो पैसा बचेगा वह बाजार में आयेगा। इससे सरकार की आय बढेगी और लोगों की आर्थिक स्थित भी मजबूत होगी।