मुस्लिम आरक्षण को लेकर फिर लालीपाप
लखनऊ। चुनावी वर्ष में सपा सरकार एक बार फिर मुसलमानों को रिझाने की कोशिश कर रही है। आरक्षण के मुद्दे पर उन्हें लालीपाप देने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि साढे चार साल से सरकार मुस्लिम आरक्षण पर चुप्पी साधे हुए थी।
सरकार ने मुस्लिमों को भले ही सरकारी सुविधाएं देने का भरपूर प्रयास किया हो लेकर आरक्षण को लेकर एक बार फिर मुस्लिम समाज सपा से नाराज हो रहा है।
इसी कडी में गत दिनों दिल्ली के जामा मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी ने लखनऊ में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मुलाकात कर मुस्लिम आरक्षण का लेकर नाराजगी जतायी।
उनकी नाराजगी का एक कारण यह भी था सपा ने तो सात सदस्यीय सूची राज्यसभा के लिए फाइनल की है उसमें एक भी मुस्लिम नेता नहीं है। इसके साथ ही मुस्लिम आरक्षण का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। .
मुस्लिम आरक्षण की मांग को देख मुख्यमंत्री अखिलेष यादव को स्वयं सफाई देनी पडी कि ‘हमने मुसलमानों को आरक्षण देने का वादा किया था। लेकिन इस आरक्षण देने में कुछ कानूनी अड़चने हैं।
इसके लिए संविधान में संशोधन करना होगा। इस पर हम सभी मिलकर रास्ता निकालेंगे। नाराज चल रहे मुस्लिमो को उन्होंने भरोसा दिलाया कि हम आप लोगों के लिए हमेषालड़ते रहेंगे।
सरकारी योजनाओं में मुस्लिम समाज को 20 फीसदी भागीदारी दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ताकतें हमारे खिलाफ साजिश कर रही हैं। बुनकारों को मुफ्त बिजली और बीमा की सुविध