लखनऊ। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेश दास इन दिनों अपना राजनीतिक ठिकाना खोज रहे है। बसपा छोड वह कई दलों के सम्पर्क साधा । लेकिन उनकी बात नहीं बन पा रही है। इसीलिए वह इस बार भी राज्यसभा नहीं जा पाए। अब वह भाजपा के सम्पर्क में हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास के पुत्र अखिलेश दास काफी समय तक कांग्रेस में रहे। कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भेजने के साथ ही केन्द्र में मंत्री तक बनाया। लेकिन वह बीच में बसपा में आ गए। बसपा ने भी उन्हें राज्यसभा भेजा और लखनऊ संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडाया लेकिन वह हार गए।
अब वह दोबारा राज्यसभा जाने के लिए जुगाड लगा रहे हैं। उनकी सपा एवं कांग्रेस में वार्ता भी चली। लेकिन सफलता नहीं मिली। इसलिए वह सांसद बनते बनते रह गए। इन दिनों अखिलेश दास की नजदीकियां भाजपा से बढ रही है। लेकिन भाजपा यूपी में कम विधायक होने के कारण उन्हें राज्यसभा नहीं भेज पा रही है।