लखनऊ। आरएसएस भले ही स्वयं को राष्ट्रवाद बढाने का दावा करता है। लेकिन वह भाजपा के लिए जमीन तैयार करता है। जिसके बदौलत भाजपा आज देश की सबसे बडी राजनीतिक पार्टी बन गयी है।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के साथ साथ संघ भी सक्रिय हो गया है। बीते दो सालों में यूपी में संघ की करीब छह हजार से अधिक शाखाएं बढ गयी है। इनके सहारे संघ युवाओं को जोडकर भाजपा को लाभ पहुंचाने का काम कर रहा है।
संघ से जुडने के लिए पहली कडी है शाखा। इसके जरिये युवाओं को आकर्षित करने का काम किया जाता है। इन दिनों संध की शाखाएं तेजी से बढ रही है। दो साल पहले यूपी में करीब 44 हजार शाखाएं थी जिनकी संख्या बढकर अब 51 हजार से अधिक हो गयी है।
हालाकि इन शाखाओं में अब मार्शल ऑर्ट्स, कविताएं, डिबेट और साइंस से जुड़ी चीजों से रूबरू कराया जाता है। एगी। बता दें, आरएसएस की यूपी यूनिट इसके लिए शहर में रविवार को एक बड़ा मार्च ऑर्गनाइज कर रही है।
आरएसएस की आइडियोलॉजी से प्रभावित लोगों की पहचान कर उन्हें भाजपा से जोडा जाता है। पिछले साल से इस साल की बात करें तो संघ की शाखाओं में 10 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई है। इन शाखाओं में पूरा जोर दलितों पर दिया जा रहा है। इससे भाजपा को लाभ एवं बसपा को नुकसान होना तय माना जा रहा है।