लखनऊ। भयंकर गर्मी में बिजली के संकट से जूझ रहे लोगों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। क्योंकि प्रदेश सरकर अक्टूबर माह से गांवों को भी 24 घंटे बिजली देने जा रही है।
इसके लिए पावर कारपोरेशान में 16 हजार मेगावाट बिजली का इंतजाम लगभग कर लिया है। प्रदेश में व्याप्त बिजली संकट को लेकर विपक्ष का आरोप झेल रही सपा सरकार ने बिजली के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किये।
कई विधुत उत्पादन केन्द्रों की क्षमता बढाने के साथ ही कुछ नये केन्द्रों की स्थापना की। इससे करीब 400 मेगावाट का अतिरिक्त विधुत उत्पादन होने लगा है। इसी लिए सरकार अब महानगरों के भांति ग्रामीण क्षेत्रों में भी 24 घंटे बिजली देने जा रही है।
इसका लाभ सपा को आगामी विधानसभा चुनाव में मिल सकता है। इसीलिए सरकार चुनाव के नजदीक आते ही बिजली संकट खत्म करने का निर्णय लिया है। हालाकि यह आपूर्ति तब आरंभ होगी जब गुलाबी ठंड दस्तक दे देगी।
वर्तमान में सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में 16 घंटे, तहसील मुख्यालयों पर 18, जिलों में 21, मण्डलों में 23 तथा महानगरों एवं बुंदेलखण्ड में 24 घंटे बिजली देने का दावा कर रही है। लेकिन स्थित इके ठीक उलट है ग्रामीण क्षेत्रों में तो आठ से दस और षहरों में 16 घंटे बिजली दी जा रही है।