40 करोड से लगेंगे हैंडपंप
लखनऊ। कुदरत की मार झेल रहे बुंदेलखण्ड वासियों की प्यास बुझाने के लिए सरकार तत्पर है। इस क्षेत्र के सात जनपदों में 40 करोड की लागत से नये हैंडपंप लगाने एवं पुराने नलों की मरम्मत की जायेगी।
इसके अलावा क्षेत्र में 402 टेंकरों से गांवों में पानी पहुँचाया जा रहा है। बुंदेलखण्ड में पीने के पानी को लेकर केन्द्र एवं राज्य सरकार में युद्ध छिडा हुआ हैं। केन्द्र सरकार ने बुंदेलखण्ड में गत दिनों पानी की एक ट्रेन भेजी जो खाली थी।
जिसे प्रदेश सरकार ने वापस कर दिया। इसके अलावा सूखे को लेकर हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक बुलायी।
जिसमें यूपी के सीएम अखिलेश यादव भी शामिल हुए उन्होंने क्षेत्र में पेयजल संगठन को दूर करने के लिए टैंकर एवं 10 हजार 600 करोड रूपये मांगे।
वहीं प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से क्षेत्र में 402 टैंकरों से पानी की आपूर्ति गांवों में कर रही है। इसमें झांसी में 47, ललितपुर में 34, बांदा में 152, महोबा में 62 तथा चित्रकूट में 92 टैकर लगाये जा रहे है।
इतना ही नहीं प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र में पानी पहुंचाने के लिए 40 करोड रूपये का फंड रिलीज किया है। इससे 5286 नये हैंडपंप तथा 3527 नलों की रीबोर कराया जायेगा।
इसमें झांसी में 1100, ललितपुर में 1000, बांदा में 460, महोबा में 700 हमीरपुर में 626 तथा चित्रकूट में 1000 हैंडपंपों को लगाने की योजना है। लेकिन जब तक यह हैंडपंप लगेंगे और रीबोर होंगे तब तक गर्मी खत्म होकर बारिष आरंभ हो जायेगी।