राजेश सिंह
लखनऊ। बिहार के विधानसभा चुनाव में मिली सफलता देख यूपी मेें बनने वाला महागठबंधन यहां पर बनने से पहले ही बिखर गया। जनता दल यू की अगुवाई में यहां बनने वाले गठबंधन से काग्रेस, अपना दल, रालोद सहित कई दलों ने किनारा कर लिया।
ऐसे में जनता दल यू ने यहां पर भाजपा को छोड सभी दलों को साथ आने का आफर दिया है। लेकिन कोई भी दल इस गठबंधन में आने को तैयार ही नही लग रहा है।
मालूम हो कि बिहार में भाजपा को हराने के लिए जनता दल यू, राजद, कांग्रेस सहित कई दलों ने मिलकर एक गठबंधन बनाया। वहां इस गठबंधन का प्रयोग सफल रहा। जिसे देख यूपी में भी एक महागठबंधन बनाने की कवायद गत दिनों आरंभ हुई।
इसमें कई दलों ने जुडने पर सहमति भी जतायी। लेकिन कुछ ही समय बाद उन दलों ने इस गठबंधन से मोह भंग हो चुका है। बात कांग्रेस की करे तो उसने यहां पर ऐलान कर दिया कि हम बिना किसी गठबंधन
के अपने दम पर प्रदेष की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लडेंगे। इसी तरह रालोद भी पहले इस महागठबंधन के साथ था। क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से रालोद सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह की मुलाकात हुई।
लेकिन अब रालोद का भाजपा के साथ गठबंधन की वार्ता लगभग तय हो चुकी है। चौधरी अजित सिंह को केन्द्र में मंत्री बनाने के साथ यूपी में 30 से 35 सीटे देने पर लगभग सहमति बन चुकी है।
इसी तरह अपना दल भी पहले महागठबंधन के कारीब था लेकिन अब इस दल के कष्णा गुट ने भाजपा के साथ तालमेल करने का बात कह रहा है। षरद पवार की पार्टी एनसीपी भी इस महागठबंधन से दूर हो गयी है। कुल मिलाकर यूपी में अर्से से तीसरे मोर्चा
बनाने की कवायद चल रही है लेकिन वह कारगर नहीं हो पाया। इसी तरह नितीष कुमार की अगुवाई में बनने वाला महागठबंधन भी बनने से पहले बिखर गया है।
आरएसएस मुक्त भारत, दारू मुक्त समाज को लेकर लडेंगे चुनाव
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव सुभाष पाठक ने बताया कि हमारा गठबंधन अभी बना ही नहीं था जो टूट गया। उन्होंने कहा कि यूपी में पार्टी को मजबूत किया जा रहा है।
नितीश कुमार 12 मई वाराणसी के पिंडारा में रैली एवं 15 मई को लखनऊ को किसान मंच की रैली में भाग लेने आ रहे है। इसी दिन वह चुनावी अभियान का श्रीगणेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि जद यू की अगुवाई में बनने वाला गठबंधन आरएसएस मुक्त भारत, और दारू मुक्त समाज को लेकर चुनाव मिशन 2017 में उतरेगा।