मदुरै । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भ्रष्टाचार को लेकर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के खिलाफ जमकर बरसे। उन्होंने भरोसा दिया कि यदि 16 मई हो होने जा रहे विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) गठबंधन की जीत होती है तो जनता को एक साफ-सुथरी सरकार मुहैया कराई जाएगी।
राहुल गांधी ने कहा कि राज्य को ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है जो अपने घर की चारदीवारी में बंद रहे और राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को देखने के लिए बाहर नहीं निकले। उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली से आ सकता हूं लेकिन मुख्यमंत्री अपने घर से नहीं निकल सकतीं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मंदिरों वाले इस शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “तमिलनाडु में भ्रष्टाचार एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। भ्रष्टाचार के डर से नए उद्योग राज्य में नहीं आ रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु स्टील, पेट्रोकेमिकल और अन्य उद्योगों में पिछड़ गया है।
राहुल ने के. कामराज और एम. जी. रामचंद्रन से के. करुणानिधि की तुलना की। उन्होंने कहा कि ये जनता की सुनते हैं, उनसे मिलते हैं और उन्हें समझते हैं। दूसरी ओर जयललिता ने यह मान लिया है कि उन्हें किसी से मिलने की जरूरत नहीं है। उनका विचार है कि ऐसा कुछ भी नहीं जिसके बारे में उन्हें राज्य में कोई उनसे कुछ कह सके।
गांधी ने कहा, “राज्य में ऐसी सरकार की जरूरत नहीं है जो विरोध को कुचल डाले।” ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (एआईडीएमके) पर बरसते हुए उन्होंने कहा, “मुफ्त में पंखा और मिक्सी जैसी पांच हजार रुपये की चीजें जनता को देकर सरकार शराब की बिक्री से 60 हजार रुपये प्रति परिवार ले ले रही है।”
राहुल गांधी ने कहा, “कांग्रेस-द्रमुक की सरकार राज्य में शराब बंद करेगी। उन्होंने राज्य के थेनी जिले की नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली सत्या की कहानी कही जो शराब की वजह से अपने पिता को खो चुकी है।” उसकी मां भी उसके कुछ ही दिनों बाद चल बसी। अब सत्या अनाथ है। राहुल गांधी ने कहा कि उस लड़की का नाम सत्या है और जिसका अर्थ सत्य है।