कानपुर। व्यापमं घोटाले के प्रमुख आरोपी रमेश शिवहरे को केंद्रीय जांच ब्यूरो और विशेष कार्य बल के संयुक्त दल ने मंगलवार को देर रात कानपुर से गिरफ्तार कर लिया।
व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद यह बड़ी कार्रवाई है। रमेश पांच मामलों में पिछले चार वर्षो से फरार था। एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार ने मीडिया को बताया कि शिवहरे की लोकेशन कल्याणपुर आवास विकास में मिलने पर सीबीआई के साथ मिलकर संयुक्त रूप से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कुमार के मुताबिक रमेश ने पूछताछ के दौरान व्यापमं घोटाले से जुड़े होने की बात स्वीकार की है। कई छात्रों को परीक्षा में पास करवाया है। इसके साथियों के विषय में जानकारी ली जा रही है।
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, महोबा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अंशु शिवहरे के पति रमेश शिवहरे को सीबीआई वर्ष 2012 से ही तलाश रही थी। उसके ऊपर मध्य प्रदेश सरकार ने पांच हजार रुपये इनाम भी घोषित किया था।
उसके घर पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा किया जा चुका था। मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले की अब तक की स्थिति पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि इस घोटाले को लेकर बनी एसटीएफ ने 55 मामले दर्ज किए थे, जिनमें 2500 से अधिक आरोपी बनाए गए थे।
एसटीएफ ने इनमें से 21 लोगों को गिरफ्तार किया था, 1200 के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका है। वहीं 491 आरोपी अब भी फरार हैं। इस मामले से जुड़े 48 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें कई संदिग्ध हैं।