सिद्धार्थनगर। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के सिद्धार्थनगर दौरे में उमड़ी मुसलमानों की भीड़ ने समाजवादी पार्टी को नया सरदर्द दे दिया है| उनका इस तरह आना सबसे बड़ी सियासी जनचर्चा का मुद्दा बना हुआ है।
हम आप को बता दें कि ओवैसी के दौरे के वक्त न तो कहीं जनसभा थी, न उसका कोई प्रचार-प्रसार। फिर भी वह जहां भी कुछ पल के लिए रुके वहां हजारों की भीड़ जमा हो गई। और तो और कहा ये भी जा रहा है कि भीड़ का 90 फीसदी हिस्सा अल्पसंख्यक युवाओं का था जिसमें कि सपा के ही वोटर थे।
युवाओं से बातचीत में सरकार के प्रति उनकी नाराजगी भी सामने आई है। कुछ का कहना था कि अखिलेश सरकार से उन्हें बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन वह वादे पर खरी नहीं उतरी। तो कुछ का कहना था कि सपा ने वादा करके आरक्षण नहीं दिया। मुसलमानों के लिए नौकरी के इंतजामात नहीं किए गए। ऐसे में अब उनकी उम्मीदें एआईएमआईएम पर लग गई हैं।
ज्ञात हो कि जिले में कुल 30 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी है जो आम तौर से सपा का समर्थक रहा है, लेकिन ओवैसी के ताजा कार्यक्रम से लगा कि आने वाले चुनाव में अल्पसंख्यकों का खासा वोट एआईएमआईएम की ओर मुड़ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो इसका नुकसान सपा को उठाना पड़ सकता है।